अमृतसर। लुधियाना बाल सुधार गृह में एक नाबालिग रोहित मसीह की मौत हो गई। वह अजनाला के चमियारी का रहने वाला था। लड़की भगाने के आरोप में उसे कोर्ट ने बाल सुधार गृह भेजा था। इस मामले में थाना जिला पुलिस ने रोहित की हत्या के आरोप में 15 लोगों पर केस दर्ज किया है।
रोहित के पिता का आरोप है कि लड़की के परिवार वालों ने पुलिस को सौंपने से पहले रोहित की पिटाई की थी। अंदरूनी चोटों की वजह से ही उसकी मौत हुई है। पुलिस ने रमदास निवासी जार्ज सिंह, जयदीप सिंह, लवा मसीह, मानू सिंह, मिंटू मसीह, गुलशन मसीह, शब्बो, दिलबाग सिंह, करण, गगन और कुछ अज्ञातों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
रोहित के पिता मेजर मसीह ने बताया कि उनका नाबालिग बेटा प्रेम संबंधों के चलते एक नाबालिग लड़की को घर से भगा ले आया था। लड़की के परिवार वालों ने थाना अजनाला में रोहित और उसके दोस्त डेनियल के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। उन्होंने रोहित को ढूंढकर बुरी तरह पीटा और उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने अदालत में पेश करने के बाद रोहित को लुधियाना के बाल सुधार गृह भेज दिया। चार जुलाई दोपहर को वह अपने बेटे से मिलने गए तो उसने मारपीट के बारे में बताया और कहा कि उसे काफी चोट लगी है। जिन्हें वह सहन नहीं कर पा रहा। इसके बाद वे लौट आए। देररात उन्हें फोन आया कि बेटे की मौत हो गई है। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हिमांशु भगत ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की जा रही है।