उम्र 77 साल है और हेल्थ भी खराब, अब रिटायर हों नवीन पटनायक; शाह ने किया युवा उड़िया CM का वादा…
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 77 साल के हैं और अब उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि वह बढ़ती उम्र के चलते स्वास्थ्य समस्याएं झेल रहे हैं। इसलिए रिटायर होना ही सही रहेगा।
इसके साथ ही मंगलवार को एक रैली में अमित शाह ने वादा किया यदि भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो वह एक युवा उड़िया भाषी ‘भूमिपुत्र’ को मुख्यमंत्री बनाएगी। उन्होंने कहा, ‘पांचवें चरण के मतदान के बाद भाजपा को 310 सीटें पहले ही मिल चुकी हैं। छठे और सातवें दौर के मतदान के बाद हम 400 से अधिक सीट हासिल कर लेंगे।’
नौकरशाह से नेता बने और पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडियन पर उनका नाम लिए बिना हमला करते हुए शाह ने कहा कि एक ‘तमिल बाबू’ ओडिशा में शासन कर रहा है और लोग राज्य को ‘बाबू राज’ से मुक्त कराने के लिए भाजपा को वोट देंगे। ओडिशा में एक के बाद एक चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मौजूदा चुनाव नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने और ओडिशा के गौरव को बहाल करने का है, जिसे पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी सरकार ने ‘नष्ट’ कर दिया है।
राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा के चुनाव भी हो रहे हैं। अमित शाह ने कहा, ‘नवीन बाबू ने एक तमिल अधिकारी को राज्य का शासक बना दिया है। बीजेडी सरकार को हटाएं… हम एक युवा उड़िया भाषी मुख्यमंत्री देंगे… बाबुओं (अधिकारियों) ने राज्य के खनिजों को लूटा है। मैं आपसे वादा करता हूं कि ओडिशा में भाजपा की सरकार बनने के बाद इन बाबुओं को जेल भेजा जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर लोग भाजपा को वोट देते हैं तो ‘उत्कल भूमि’ पर एक भूमिपुत्र शासन करेगा, न कि कोई तमिल बाबू।’
‘बीजेडी के राज में ओडिशा ने गंवा दिए विकास के 25 साल’
शाह ने कहा कि राज्य में बीजेडी के 25 साल के शासन के दौरान ओडिशा ने विकास के 25 साल गंवा दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान स्वास्थ्य सेवा, उद्यमशीलता, शिक्षा और बुनियादी ढांचे जैसे विभिन्न क्षेत्र पटरी से उतर गए और सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही इन्हें वापस सही स्थिति में ला सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘नवीन बाबू की तबीयत ठीक नहीं है, जिसके कारण 1.5 लाख सरकारी रिक्तियां नहीं भरी जा रही हैं। अगर हमारी सरकार बनती है तो हम इन पदों पर नियुक्तियां करेंगे।’
जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की चाबियों का भी उठा सवाल
शाह ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की गायब हुईं चाबियों पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से स्पष्टीकरण भी मांगा। गृह मंत्री ने कहा, ‘मैं नवीन बाबू से पूछना चाहता हूं कि रत्न भंडार की चाबियां कहां हैं और उन्होंने (गायब चाबियों पर) न्यायिक आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की?’शाह ने यह भी कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार रत्न भंडार की चाबियां गायब होने के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करेगी। क्योंझर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि देश की ज्यादातर खदानें और खनिज भंडार क्योंझर जिले में स्थित होने के बावजूद यहां के आदिवासियों को कोई लाभ नहीं मिला है।