132 हस्तियों को पद्म पुरस्कार, क्या इन्हें नकद राशि और रेल-हवाई यात्रा में भी मिलेगी छूट?…
देश की 132 जानी-मानी शख्सियतों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की हुई है।
इनमें पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, एक्ट्रेस वैजयंतीमाला बाली, एक्टर कोनिडेला चिरंजीवी, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक दिवंगत बिंदेश्वर पाठक, सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जस्टिस दिवंगत एम. फातिमा बीवी और बॉम्बे समाचार के मालिक होर्मुसजी एन. कामा शामिल हैं।
75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन के अध्यक्ष यंग लियू, भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाइक, दिवंगत अभिनेता विजयकांत, गायिका उषा उत्थुप और परोपकारी किरण नादर को भी नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित करने की घोषणा हुई।
पद्म पुरस्कार पाने वालों में 34 गुमनाम नायक हैं, जिनमें भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ, आदिवासी पर्यावरणविद चामी मुर्मू, मिजोरम का सबसे बड़ा अनाथालय चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा और प्लास्टिक सर्जन प्रेमा धनराज शामिल हैं।
क्या आप जानते हैं कि पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों का चयन किस प्रकार से होता है और उन लोगों को क्या सुविधाएं मिलती हैं? अगर नहीं, तो हम आपको इसी बारे में विस्तार से बता रहे हैं…
किन लोगों को दिया जाता है पद्म सम्मान?
पद्म पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल- कूद, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान, इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा और व्यापार समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को दिए जाते हैं।
ये वो लोग होते हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि या सेवाएं दी हैं। इन पुरस्कारों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। ये हैं- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों को क्या मिलता है?
पद्म पुरस्कार समारोह हर साल राष्ट्रपति भवन में आयोजित होता है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर, सील वाला सर्टिफिकेट और मेडल दिया जाता है।
इन हस्तियों को उनके मेडल की प्रतिकृति भी सौंपी जाती है, जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह साफ तौर पर कहा गया है कि ये पुरस्कार कोई पदवी नहीं है।
इसलिए विजेताओं के नाम के आगे या पीछे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इसका उल्लंघन होने पर पुरस्कार वापस भी लिया जा सकता है।
बता दें कि पद्म पुरस्कार विजेताओं को कोई नकद राशि, भत्ता या फिर रेल-हवाई यात्रा में छूट जैसी सुविधा नहीं मिलती है।