इंदौर नगर निगम पहुंचे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, बोले- विधान मंडलों में विचारों की अभिव्यक्ति को सम्मान मिले
इंदौर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इंदौर नगर निगम का दौरा किया। जहां बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इंदौर नगर के परिषद हॉल में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पार्षद और अन्य जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इससे हमें निपटना भी है और दुनिया को संदेश भी देना है। पर्यावरण को संवारना भारत का स्वभाव रहा है। इंदौर सफाई, साफ आबोहवा और हरियाल के मामले में दूसरे शहरों के लिए मार्गदर्शन का केंद्र बन रहा है।
स्पीकर बिरला ने कहा कि हमारी सभा कैसे चले, जनता के मुद्दे उठाकर किस तरह हम उनका जीवन आसान कर सकते है, इस तरफ ध्यान होना चाहिए। निगम के सभा मंडल की कार्यवाही भी विधानसभा जैसी होना चाहिए। नए प्रयोगों पर चर्चा हो। सार्थक परिणाम निकला चाहिए।
उन्होंने कहा कि इंदौर नगर निगम बिजली में आत्मनिर्भरता बनाने के लिए सोलर का प्लांट लगाने जा रहा है। कचरे से खाद बन रही है। नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है। निगम के सभा मंडल में विचारों की अभिव्यक्ति को सम्मान मिले। इससे ही समाधान निकलते है। बिरला ने कहा कि हमारा देश बड़े लोकतंत्रिक देशों में से एक है।
हाल ही में देश में चुनाव की लंबी लोकतंत्रिक प्रक्रिया हुई, जो पारदर्शिता रही। आयोग ने निष्पक्ष चुनाव कराए। कई देशों के प्रतिनिधि मंडल चुनाव देखने आए। समारोह में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि लोक सभा मे सांसद जो आचरण करते हैं उसका ही अनुसरण निचले सदन करते हैं।
विजयवर्गीय ने विधान सभा की पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि मैंने दिग्विजय सिंह सरकार के बारे में सदन में कटाक्ष किया था कि आपकी सरकार एसटीडी पीसीओ मशीन की तरह है। रिश्वत डालो तो काम होता है।
विजयवर्गीय ने बताया कि उसी रात जब मैं बस से इंदौर आने के लिए खड़ा था तब दिग्विजय सिंह ने मुझे आकर पूछा कहां जाना है।जब मैंने बताया कि बस से इंदौर जाना है।तब सिंह ने कहा कि भारी बारिश में आप बस से इंदौर नहीं जाएंगे।उन्होंने तुरंत कार की व्यवस्था करवाई। यह लोकतंत्र की स्वच्छ संसदीय परम्परा है। किसी बात को लेकर कटुता नहीं रखना चाहिए। अंत में आभार निगम सभापति मुन्ना लाल यादव ने माना।