जालंधर। आपराधिक तत्वों द्वारा हथियारों के दुरुपयोग को रोकने एक अभूतपूर्व कदम के तहत जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने 56 हथियार लाइसेंस रद्द किए हैं। इस कार्रवाई के पीछे पुलिस का उद्देश्य संभावित हिंसा और आपराधिक गतिविधियों को कम करना है।
पुलिस आयुक्त स्वप्न शर्मा ने शनिवार को बताया कि कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। उन्होंने बताया कि अब तक 56 हथियार लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं। इनमें से अधिकांश लाइसेंस आपराधिक रिकॉर्ड वाले व्यक्तियों के हैं।
उन्होंने बताया कि इन 56 लाइसेंस धारकों में से 13 के खिलाफ हथियार अधिनियम के तहत, 13 के खिलाफ हत्या के प्रयास के, 6 एनडीपीएस अधिनियम के तहत, 6 हत्या के, 5 चोरी के और 13 के खिलाफ विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हैं।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस निर्णायक कार्रवाई का उद्देश्य एक चेतावनी देना है कि लाइसेंसशुदा हथियारों का दुरुपयोग और अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लाइसेंसों को रद्द करना इस बात का प्रमाण है कि कमिश्नरेट पुलिस इस बात पर जोर दे रही है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।