नीट की गड़बड़ी में क्यों आया तेजस्वी यादव का नाम, भाजपा नेता के बताए एंगल पर भी होगी जांच
नीट यूजी पेपरलीक केस में बिहार में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। अब उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। उन्होंने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। इतना ही नहीं विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर भी गंभीर आरोप लगाए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी के पीएस प्रीतम के कहने पर ही पेपर लीक मामले में शामिल एक कैंडिडेट्स के लिए एनएचएआई के गेस्ट हाउस का दरवाजा खुला था। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव के निजी सचिव प्रीतम ने सिकंदर प्रसाद यादवेंदु (दानापुर नगर परिषद जूनियर इंजीनियर) के परिजनों के नाम से गेस्ट हाउस के रूम बुक करवाया था। वहां ठहरे छात्र अनुराग यादव के नाम के आगे ब्रैकेट में मंत्री लिखा हुआ था। विजय सिन्हा ने दावा किया कि सॉल्वर गैंग के तार राजद से जुड़े हुए हैं। नीट यूजी पेपपर लीक केस में जो लोग पकड़ाए हैं, उनका संबंध तेजस्वी यादव से है। राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद की मानसिकता ही भ्रष्टाचार, परिवारवाद एवं घोटाले की रही है। हालांकि, इस मामले में तेजस्वी यादव या राजद की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अब जानिए कौन है सिकंदर प्रसाद यादवेंदु
नीट पेपरलीक केस में जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गेस्ट हाउस की इंट्री रजिस्टर में जिस अनुराग यादव का नाम दर्ज है, वह सिकंदर का रिश्तेदार है। अनुराग यादव को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। उस पर आरोप है कि उसने ही गेस्ट हाउस से कैंडिडेट को लेकर सेफ हाउस पर गया था। इसी सेफ हाउस में 24 घंटे पेपर रटवाया गया था। सिंकदर ने अपने कबूलनामे में बताया कि पेपरलीक केस के आरोपी नीतीश कुमार और अमित कुमार ने मुझसे कहा था कि हम लोग नीट, बीपीएसएसी और यूपीएससी के साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक कराकर कैंडिडेट्स को रटवाते हैं। हम दोनों मिलकर कैंडिडेट्स को पास करा देते हैं। नीट का पेपर भी 24 घंटे पहले कैंडिडेट्स को रटवाने के लिए मिल जाएगा। मेरा यह बयान साक्ष्य के रूप में माननीय न्यायालय में लाया जाएगा।