सात मासूमों को मौत के घाट उतारने की दोषी महिला पर फिर शुरू हुआ मुकदमा, अब नवजात की हत्या की कोशिश का आरोप
बच्चों की हत्या के आरोप में दोषी महिला पर ब्रिटेन में फिर से मुकदमा शुरू किया गया है। महिला पर अब एक नवजात बच्ची की हत्या के प्रयास का आरोप है। आरोपी महिला लूसी लेटबी ने हत्या की कोशिश वहीं की, जिस अस्पताल में वह काम करती थी। जानकारी के अनुसार, लेटबी पर आरोप है कि फरवरी 2016 में उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में उसने समय से पहले जन्में एक नवजात को मारने की कोशिश की थी। अदालत में सुनवाई के दौरान वकील निक जॉनसन ने आरोप लगाया कि आरोपी नर्स को एक वरिष्ठ डॉक्टर ने लगभग रंगे हाथों पकड़ लिया था। वकील ने बताया कि आरोपी ने शिशु की श्वास नली को हटा दिया था। शिशु वेंटिलेटर पर थी।
वकील ने अदालत को समझाया पूरा मामला
वकील ने समझाया कि यदि शिशु की हृदय गति या रक्त में ऑक्सीजन का स्तर निश्चित स्तर से नीचे गिरता है तो अलार्म बज जाएगा। लेकिन जब बाल रोग विशेषज्ञ रवि जयराम नर्सरी में गए तो उन्होंने देखा कि लेटबी बच्ची के पास खड़ी थी। बच्ची का ऑक्सीजन स्तर लगातार गिर रहा था, लेकिन उसका अलार्म नहीं बजा। लेटबी बच्ची को बचाने के लिए कुछ भी नहीं कर रही थी। उन्होंने जूरी को बताया कि लेटबी को डॉ. जयराम ने रंगे हाथों पकड़ा। अदालत को वकील ने बताया कि पिछले साल लेटबी को 2015 और 2016 के बीच सात शिशुओं की हत्या और छह शिशुओं की हत्या के प्रयास के लिए दोषी ठहराया गया था।
लेटबी ने हत्या के प्रयासों के आरोपों को नकारा
वकील की तमाम दलीलों के बीच, कटघरे में बैठी लेटबी ने हत्या के प्रयास से इनकार कर दिया। लेटबी के वकील बेन मायर्स ने कहा कि एक बार दोष सिद्ध होने से यह साबित नहीं किया जा सकता कि हत्या के प्रयास की आरोपी भी वही है। हम आपके सबूतों का समर्थन नहीं करते। हम तमाम आरोपों को खारिज करते हैं।