राज्य

स्थानीय विधायक ने बढ़ाया सियासी पारा

कांग्रेस पार्टी के भीतर लोहरदगा में गुटबाजी की चर्चा हमेशा होती आई है। इस गुटबाजी की अटकलों को तब और बल मिल गया जब गुरुवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद सुखदेव भगत के आभार यात्रा में स्थानीय विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री डा. रामेश्वर उरांव क्षेत्र में होने के बावजूद भी शामिल नहीं हुए!

नवनिर्वाचित सांसद की आभार यात्रा में शामिल नहीं हुए स्थानीय विधायक

नवनिर्वाचित सांसद सुखदेव भगत द्वारा लोहरदगा कांग्रेस मुख्यालय से निकाली गई आभार यात्रा के दौरान विधायक सह मंत्री की अनुपस्थिति ने इन अटकलों पर एक तरह से मुहर ही लगा दी। हालांकि लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बेरुखी और असहयोगात्मक रवैया की चर्चा भी खूब हो रही थी, लेकिन तब कोई खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहा था।

भीतर घात होने की संभावना

चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता पूरी तरह से मुखर हो गए हैं। जिसकी बानगी कांग्रेस के व्हाट्सप्प ग्रुप में देखने को मिल रहा है, जहां भीतर घात करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। कांग्रेसी कार्यकर्ता दो गुटों में पहले से ही बंटे हुए दिख रहे हैं।

ऐसे में लोहरदगा के स्थानीय विधायक सह मंत्री के क्षेत्र में होने के बाद भी आभार यात्रा से दूरी बनाकर रखने पर पार्टी के भीतर दरार की बातों को और भी पुख्ता कर दिया है। इससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।

आभार यात्रा के लिए नवनिर्वाचित सांसद सुखदेव भगत एवं उनके समर्थक ने आमंत्रण भी दिया, मीडिया में खबरें भी छपी पर यह आमंत्रण विधायक सह मंत्री को मिला या नहीं यह पुष्ट नहीं है। बावजूद विधायक को क्षेत्र में होने के बाद आभार यात्रा में होने की बात को कांग्रेसी ही स्वाभाविक बता रहे हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति ने कई सवालों को खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि कांग्रेस के भीतर ऐसी घटनाएं पार्टी की एकता के लिए गंभीर संकेत हो सकती हैं।

पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा

चर्चा यह भी है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह भविष्य में पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर भी असर डाल सकता है। झारखंड कांग्रेस के भीतर गुटबाजी संगठन के भविष्य के लिए एक गंभीर चुनौती हो सकती हैं।

विधायक सह मंत्री के आभार यात्रा से दूरी बनाने पर विवाद और बढ़ गया है। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इन अटकलों को खारिज किया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पार्टी इस स्थिति को कैसे संभलती है।

पार्टी के भीतर दरार की आशंकाएं कांग्रेस पार्टी के भीतर गुटबाजी की आशंकाएं तब से उठ रही हैं जब से झारखंड में हाल ही में हुए चुनावों के बाद विभिन्न नेताओं के बीच खींचतान की खबरें सामने आई हैं। लोहरदगा के विधायक सह मंत्री की आभार यात्रा से दूरी ने इन आशंकाओं को और बढ़ावा दिया है।

कांग्रेस पार्टी के भीतर यह चर्चा जोरों पर है कि क्या यह अनुपस्थिति किसी आंतरिक असंतोष का संकेत है या फिर यह महज एक संयोग है।

मामले में क्या कहते हैं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष 

इस बीच, कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इन अटकलों को निराधार बताया है।  उन्होंने कहा के विधायक सह मंत्री डा. रामेश्वर उरांव की अनुपस्थिति का कारण उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होंगे। कांग्रेस पार्टी में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है और सभी नेता एकजुट हैं। राजेश ठाकुर ने कहा कि पांच जून को रांची में आयोजित सम्मान समारोह में कांग्रेस के सभी नेताओं के साथ-साथ लोहरदगा के विधायक सह मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने भी सुखदेव भगत को जीत की बधाई दिए थे।

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