रातोंरात ट्रेन से यूक्रेन पहुंच गए अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन, चौथी यात्रा का क्या मकसद…
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को दो साल से ज्यादा का वक्त हो गया है।
इस बीच दावा किया जा रहा है कि रूस यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर चुका है और वह यूक्रेनी सेना पर भारी पड़ रहा है।
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन यूक्रेन का उत्साह बढ़ाने के लिए रातोंरात ट्रेन से कीव पहुंच गए हैं।
जब से यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ है यह अमेरिकी विदेश मंत्री का चौथा दौरा है। बता दें कि अमेरिका हमेशा ही यूक्रेन के समर्थन में रहा है।
एक महीना पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने यूक्रेन के लिए 60 अरब डॉलर के सहायता पैकेज को मंजूरी दी है। इसमें से ज्यादातर रकम खराब हो चुके हथियारों की मरम्मत और एयर डिफेंस में खर्च की जाएगी।
अपने दौरे के वक्त ब्लिंकन यूक्रेन को भरोसा दिलाएंगे कि इस युद्ध में अमेरिका उसके साथ खड़ा है। बता दें कि जो बाइडेन द्वारा सहायता पैकेज को मंजूरी दिए जाने के बाद अमेरिका ने 1.4 अरब डॉलर के शॉर्ट टर्म मिलिट्री पैकेज को भी मंजूरी दी है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अब यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई तेज की जाएगी।
सुलीवन ने बताया, गोला-बारूद, एयर डिफेंस और लॉन्ग रेंज की मिसाइलें पहले ही डिलीवर कर दी गई हैं। ब्लिंकन की यात्रा के बारे में जारी बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, वह राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अन्य यूक्रेनी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
ब्लिंकन युद्ध के बारे में सारी जानकारी लेंगे। इसके अलावा वह जानना चाहते है कि रूसी हमले से निपटने के लिए यूक्रेन को किस सहायता की जरूरत है। इसके अलावा यूक्रेन की आर्थिक रिकवरी की जानकारी भी विदेश मंत्री ब्लिंकन लेंगे।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार को यूक्रेन में ब्लिंकन स्पीच देंगे। वह बताएंगे कि रूस की बड़ी रणनीतिक हार हुई है।
बता दें कि जेलेंस्की ने फोन पर अमेरिका को बताया था कि पूर्वी और पूर्वोत्तर की सीमाओँ पर रूस तेजी से हमला कर रहा है और वह यूक्रेनी सैनिकों को मार रहा है।
वहीं रूस ने इस इलाके में सेना की नई टुकड़ियों को उतार दिया है। वहीं अमेरिका का कहना है कि यूक्रेन रणनीतिक रूप से जीत रहा है क्योंकि जिन इलाकों में रूस ने कब्जा किया था उनमें से 50 फीसदी को मुक्त करा लिया गया है।
इसके अलावा यूक्रेन की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आ रही है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन रूस की सेना को कड़ी टक्कर दे रहा है।
ब्लिंकन ने यह स्वीकार किया कि यूक्रेन की मदद में देरी हुई और कुछ समस्या खड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि इस देरी की भरपाई अमेरिका करेगा।