चर्च को बना दी मस्जिद, इस इस्लामिक देश की हरकत से भड़क गया यूनान…
यूरोपीय देश यूनान ने तुर्किये द्वारा ऐतिहासिक ग्रीक ऑर्थोडॉक्स धार्मिक स्थल- चोरा संग्रहालय को एक मस्जिद के रूप में आधिकारिक रूप से फिर से खोलने की निंदा की है।
ग्रीक विदेश मंत्रालय ने कहा कि तुर्किये के इस कदम से फिर से विवाद बढ़ने की आशंका है।
ग्रीक विदेश मंत्रालय ने कहा, “चोरा मठ को एक मुस्लिम मस्जिद के रूप में संचालित करने का तुर्किये का निर्णय अंतरराष्ट्रीय समुदायों की बीच असंतोष फैलाएगा।”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि तुर्किये के इस कदम से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित इस संग्रहालय की छवि विकृत और प्रभावित होगी।
चौथी शताब्दी में चोरा चर्च के रूप में निर्मित इस इमारत को ओटोमन साम्राज्य द्वारा कॉन्स्टेंटिनोपल की विजय के बाद 1511 के आसपास एक मस्जिद में बदल दिया गया था।
कालांतर में यह मस्जिद ओटोमन साम्राज्य की ताकत का प्रतीक बन गई। 1945 में तुर्किये सरकार ने इसे एक संग्रहालय में तब्दील कर दिया था।
इसके बाद तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अगस्त 2020 में इसे फिर से मस्जिद में बदलने का फरमान जारी किया। इसी आदेश के तहत एर्दोगन ने हागिया सोफिया संग्रहालय को मस्जिद के रूप में खोलने का भी आदेश दिया है।
बीते रविवार को दोबारा उद्घाटन के अवसर पर एक विशेष इस्लामी समारोह आयोजित किया गया, जिसकी राष्ट्रपति एर्दोगन ने सराहना की।
एर्दोगन ने समारोह में एक वीडियो संदेश में कहा, “79 वर्षों के बाद हागिया सोफिया ग्रैंड मस्जिद की तरह यह मस्जिद इस्तांबुल में फिर से खुल रही है।”
बालकन इनसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामी प्रार्थनाओं के दौरान मस्जिद की दीवारों पर लगे अनमोल ईसाई प्रतीक, भित्तिचित्र और पेंटिंग को ढक दिया जाएगा, हालांकि पूजा घर सभी धर्मों के लोगों के दर्शन के लिए खुला रहेगा। फिर भी यूनानी विदेश मंत्रालय ने इमारत में निहित विरासत के संरक्षण को लेकर चिंता व्यक्त की।