विदेश

चीन रूठा, ईरान हमले को तैयार: फिर पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब क्यों जा रहे पाक PM शहबाज शरीफ?…

आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने दूसरे कार्यकाल के पहले विदेश दौरे पर कल सऊदी अरब जा रहे हैं।

पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ चुनाव के बाद पहली विदेश यात्रा पर 6-8 अप्रैल तक सऊदी अरब की यात्रा करेंगे। इस दौरान वह क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे। 

शहबाज शरीफ की सऊदी यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है, जब एक तरफ बलूचिस्तान सीमा पर ईरान के साथ तनातनी चल रही है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमले तेज हुए हैं।

सऊदी अरब और ईरान के बीच कटुता का पुराना इतिहास रहा है, जबकि पाकिस्तान और सऊदी अरब (दोनों सुन्नी देश)के बीच मजबूत संबंध रहे हैं।  

पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच मजबूत व्यापार, रक्षा और सांस्कृतिक संबंध हैं। सऊदी अरब में करीब 27 लाख  से अधिक पाकिस्तानी रहते हैं और नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की आय का एक बड़े स्रोत के रूप में काम करते रहे हैं।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने पीएम की यात्रा की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री के क्राउन प्रिंस और प्रधान मंत्री एचआरएच मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ से मिलने और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है। ये नेतागण क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।”

प्रधानमंत्री शरीफ के साथ वित्त, आर्थिक मामले, रक्षा और सूचना मंत्री भी होंगे। वे सभी वहां उमरा करेंगे और मदीना में मस्जिद नबवी अल-शरीफ में नमाज अदा भी करेंगे।

पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, “दोनों देशों का नेतृत्व भाईचारे के संबंधों को आगे बढ़ाने और पारस्परिक रूप से पुरस्कृत आर्थिक और निवेश संबंधों के लिए प्रतिबद्ध है।”

सऊदी सरकार ने अभी तक शहबाज शरीफ की यात्रा या उसके एजेंडे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। शरीफ ने आखिरी बार अक्टूबर 2022 में पीएम के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान सऊदी अरब की यात्रा की थी। उन्होंने यात्रा के दौरान क्राउन प्रिंस से मुलाकात की और सऊदी फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव समिट में भी भाग लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सऊदी अरब, पाकिस्तान में करीब 1 अरब डॉलर का निवेश कर सकता है क्योंकि मौजूदा समय में पाकिस्तान के हालात बेहद खराब है। इसलिए आर्थिक कंगाली के बीच पाकिस्तान को सऊदी अरब की तरफ से एक उम्मीद की किरण नजर आ रही है।

पाकिस्तानी अखबार ट्रिब्यून ने वित्त मंत्रालय के हवाले से बताया है कि सऊदी अरब रेको डिक कॉपर गोल्ड में करीब 1 अरब डॉलर का निवेश करने वाला है।

माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ की यह यात्रा ईरान को संदेश देने की एक कोशिश भी है कि अगर उसने हिमाकत की तो उसे सऊदी अरब की तरफ से मुंहतोड़ जवाब मिल सकता है। सऊदी और ईरान के बीच रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं।

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