नीतीश कुमार इस्तीफा देकर RJD और INDIA अलायंस पर बरसे- कोई काम नहीं हो रहा था…
नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
अब वह 9वीं बार राज्य के मुखिया के तौर पर कमान संभालेंगे। राजभवन से इस्तीफा देकर लौटे नीतीश कुमार ने मीडिया से भी बात की।
उन्होंने कहा कि मैं बहुत कुछ कर रहा था और मुझे काम ही नहीं करने दिया जा रहा था। नीतीश कुमार ने कहा, ‘आज हमने इस्तीफा दे दिया है।
अब सरकार को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने नया गठबंधन बनाया था और उसकी स्थिति ठीक नहीं लग रही है। इसलिए हमने अलग होने का ही फैसला कर लिया।’
नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी के सभी लोगों से राय लेने के बाद इस्तीफा ले लिया है। अब नए गठबंधन में जा रहा हूं।
इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने नया गठबंधन बनाया और बहुत सारे काम करने की कोशिश की। लेकिन कोई काम ही नहीं हो रहा था। ऐसी स्थिति में मैंने अलग होने का ही फैसला ले लिया।
नीतीश कुमार ने अगली सरकार के बारे में कुछ भी साफ तौर पर नहीं कहा। इशारा देते हुए उन्होंने कहा कि आप रहेंगे ही, देख लेना कि क्या होगा।
नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद आरजेडी पर भी सधे अंदाज में हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरजेडी के साथ सरकार चलाने में हमें परेशानी हो रही थी।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि हम जो कुछ भी करते थे, उसका श्रेय लेने की कोशिश होती थी।
इस तरह जेडीयू नेता ने साफ किया कि आरजेडी की ओर से सरकारी नौकरियों में भर्ती, आरक्षण का दायरा बढ़ाने और जातिगत जनगणना जैसे बड़े फैसलों का श्रेय लेने का प्रयास हो रहा था।
इससे वह असुरक्षित महसूस कर रहे थे और अंत में पाला ही बदल लिया। नीतीश कुमार ने आरजेडी से मतभेदों को लेकर यह भी संकेतों में ही बताया कि वह काफी दिनों से सहन कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने कहा कि क्या-क्या कहा जा रहा था, लेकिन हमने तो आज तक कुछ नहीं कहा और चुप ही रहे।
लगातार 18 सालों से बिहार की सत्ता संभाल रहे नीतीश कुमार ने इस तरह एक साथ आरजेडी और INDIA अलायंस पर तंज कसा है और अब NDA का रुख कर लिया है।
गिरिराज सिंह बोले- जंगलराज से बचाने को नीतीश ने दिया इस्तीफा
इस बीच गिरिराज सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा आरजेडी के जंगलराज के खिलाफ रही है। हम इसीलिए नीतीश कुमार को मौका देते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर लगातार लालू की ओर से दबाव था कि तेजस्वी को कमान सौंपी जाए। ऐसा होता तो बिहार फिर से जंगलराज के दौर में आ जाता। इससे बचने के लिए ही नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है।