अयोध्या में भगवान राम विराजमान, अमेरिका पहुंचे हनुमान; बनेगा भव्य मंदिर…
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं।
प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक कार्य संपन्न हो चुका है। दुर्लभ संयोग यह है कि अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक पहले हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका के न्यू जर्सी में राम के प्रिय भक्त हनुमानजी की विशाल मूर्ति भारत से पहुंची।
न्यू जर्सी के मोनरो में श्री साईं बालाजी मंदिर में हनुमानजी की 25 फीट ऊंची और 15 टन वजनी मूर्ति पहुंच चुकी है। मंदिर के अध्यक्ष का कहना है कि इस साल के अंत तक मंदिर का कार्य पूरा हो जाएगा।
भगवान राम के प्रिय भक्त और संकटमोचक हनुमान की 25 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा रविवार (स्थानीय समय) पर न्यू जर्सी के मोनरो में ओम श्री साईं बालाजी मंदिर और संस्कृति केंद्र में पहुंची।
मंदिर के अध्यक्ष सूर्यनारायण मद्दुला ने कहा कि यह एक अद्भुत संयोग है कि भगवान राम के सबसे बड़े भक्त की मूर्ति अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक एक दिन पहले न्यू जर्सी पहुंची।
एएनआई ने सूर्यनारायण के हवाले से कहा, “ओम श्री साईं बालाजी मंदिर में मोनरो के इतिहास में आज एक महान दिन है। हनुमान जी भारत से आये हैं।
यह 25 फीट ऊंची प्रतिमा है, जो एक ही पत्थर से निर्मित है। राम जी आज अयोध्या पहुंचे हैं। हनुमान मंदिर इस साल के अंत तक तैयार हो जाएगा और यह मूर्ति वहां स्थापित की जाएगी।”
अमेरिका में सबसे बड़ी इनडोर मूर्ति
25 फुट लंबी इस प्रतिमा का वजन 15 टन है और यह एक ही पत्थर से बनी है। इस प्रतिमा की खासियत यह है कि यह पूरे अमेरिका में सबसे बड़ी इनडोर मूर्ति है।
मंदिर के सदस्यों के हवाले से एएनआई ने कहा, “यह हमारे लिए एक बड़ा मील का पत्थर है कि समारोह राम जन्मभूमि पर हो रहा है।
भगवान हनुमान भगवान राम के बहुत बड़े भक्त हैं। हमने इस मंदिर को उत्तर और दक्षिण भारत दोनों की विशेषताओं के साथ बनाया है।”
एक अन्य सदस्य ने कहा, “हमें बहुत खुशी है कि यह 15 टन की प्रतिमा उसी समय यहां पहुंची है जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह हो रहा था।”
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर अमेरिका में जश्न
संयुक्त राज्य अमेरिका में हर जगह जश्न मनाया जा रहा है, खासकर हिंदू समुदाय इस ऐतिहासिक दिन (अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा) का जश्न मना रहा है।
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के उपलक्ष्य पर अमेरिका भर में हिंदू अमेरिकी समुदाय ने कई कार रैलियां आयोजित की और अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।